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Rajasthan GK - महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया

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Maharana Pratap Singh Sisodia   महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया राजस्थान के वीर योद्धा एवं सच्चे सपूत  महाराणा प्रताप की जीवन गाथा जन्म - 9 मई 1540 - ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया जन्म स्थान -  कुंभलगढ़ दुर्ग  में   ( कुंभलगढ़ दुर्ग के अंदर स्थित कटार गढ़ के बादल महल में) पिता का नाम  - महाराणा  उदय सिंह माता का नाम - माता रानी जयवंता कंवर बचपन का नाम-  नील , नीला घोड़ा रो असवार,   कीका ( भीलो द्वारा दिया गया नाम । भील अपने पुत्र को किका कहते हैं)  पत्नी का नाम  - अजबदे एवं अन्य उत्तराधिकारी - अमर सिंह प्रथम( महाराणा प्रताप के 17 पुत्र तथा 5  पुत्रियां थी। राज्यारोहण - 28 फरवरी 1572  को गोगुंदा में 32 वर्ष की आयु में पिता की मृत्यु के उपरांत राजधानी-   मेवाड़ (उदयपुर) । राजधानी का क्रम - गोगुंदा, कुंभलगढ़  (हल्दीघाटी युद्ध के बाद) , चावंड (दिवेर युद्ध के बाद 1585 से)  महाराणा प्रताप की लंबाई 7 फुट 5 इंच व वजन 110 किलो था। महाराणा प्रताप के भाले का वजन 80 किलो महाराणा प्रताप के कवच का वजन 72 किलो भाले, कवच तथा तलवार का कुल वजन 208  किलो था चावंड  (वर्तमान  में  उदयपुर जिले की सराड़ा त

Rajasthan GK - राजस्थान के प्रमुख उद्योग

  Important Industries of Rajasthan राजस्थान के प्रमुख उद्योग राज्य में उद्योगों को प्रमुख रूप से तीन श्रेणियों में बांटा जा सकता है -  1. कुटीर उद्योग  2. लघु उद्योग  3. वृहद उद्योग  कुटीर उद्योग  वे उद्योग जो पूर्ण रूप से प्रायः श्रमिक के द्वारा अपने परिवार के सदस्यों की सहायता से अपने घर या किसी अन्य स्थान पर चलाया जाता है , वह कुटीर उद्योग की श्रेणी में आते हैं। इनमें डेयरी, मुर्गी पालन, मधुमक्खी पालन आदि कई उद्योग शामिल है । लघु उद्योग  उद्योग जो श्रमिक के घर पर नहीं चलाए जाते एवं जिनमें  कम पूंजी का विनियोग हो, लघु उद्योगों की श्रेणी में आते हैं । वृहद उद्योग  उद्योग जिनमें पूंजी विनियोग अधिक होता है तथा श्रमिकों की संख्या भी अपेक्षाकृत अधिक होती है, वृहद उद्योग की श्रेणी में आते हैं। इन्हें बड़े-बड़े उद्योग या भारी उद्योग भी कहते हैं।    महत्वपूर्ण लिंक महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया - Rajasthan competition GK https://rajasthangkaashishsir.blogspot.com/2020/12/maharana-pratap.html Important Industries of Rajasthan राजस्थान के प्रमुख उद्योग https://rajasthangkaashishsir.blogspot.co

Rajasthan GK - राजस्थान के खनिज संसाधन

  Mineral Resources of Rajasthan राजस्थान के खनिज संसाधन राजस्थान खनिज संपदा की दृष्टि से एक संपन्न राज्य है  ।  राजस्थान को “ खनिजों का अजायबघर ” कहा जाता है  । खनिज भंडारों की दृष्टि से राजस्थान का देश में झारखंड के बाद दूसरा स्थान है  ।   क्षेत्र में होने वाली आय की दृष्टि से राजस्थान का देश में पांचवा स्थान है।   राजस्थान में 44 बड़े खनिज एवं 23 लघु खनिज उत्पादन होते हैं  ।   देश की सर्वाधिक खाने राजस्थान में स्थित है ।   अलौह खनिजों की दृष्टि से   राजस्थान का देश में प्रथम एवं लौह खनिजों की दृष्टि से चौथा स्थान है  । धात्विक (आधारभूत) खनिज लौह अयस्क राजस्थान में इसका उत्पादन मोरीजा-बानो ला (जयपुर), नीमला-राइसेला (दौसा), नाथरा की पाल व थूर हुन्डेर (उदयपुर) एवं डाबला-सिंघाना (झुंझुनू) आदि क्षेत्रों में होता है। राजस्थान में मुख्यता हेमेटाइट किस्म का लोहा अयस्क पाया जाता है।   तांबा उत्पादन की दृष्टि से राजस्थान का दूसरा स्थान है। यह आग्नेय, अवसादी व कायांतरित चट्टानों से प्राप्त होता है । राज्य में खेतड़ी-सिंघाना ( झुंझुनू ), खो दरीबा ( अलवर ), अंजनी व चा